विधानसभा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को विधानसभा में वर्ष 2021-22 बजट पेश करने के बाद प्रे्रस कांफ्रेंस में कहा कि हमारा बजट हर क्षेत्र में नई ऊचाईयों पर ले जाना वाला बजट है। उन्होंने कहा कि बजट में अंग्रेजी के हाइट शब्द के हर अक्षर से विकास की अवधारण के विभिन्न आयामों को परिभाषित किया गया है, जिसमें समग्र विकास, शिक्षा, अधोसंरचना, प्रशासन संवेदनशील एवं प्रभावी, स्वास्थ्य एवं बदलाव के आधार बजट को तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि यह बजट राज्य के किसानों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की समृद्धि, गांवों की आर्थिक प्रगति, शिक्षा में गुणवत्ता एवं प्रगति के नये आयाम, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्गों के कल्याण, महिलाओं एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास, युवाओं को रोजगार एवं उद्यमिता के नवीन अवसरों के सृजन, ग्रामीण एवं शहरी अधोसंरचना को तेजी से विकसित करने तथा जनता के लिए संवेदनशील प्रशासन की भावना के साथ प्रदेश के लोगों को समर्पित है।
श्री बघेल ने कहा कि वर्ष 2021-22 हेतु कुल राजस्व 79 हजार 325 करोड़ अनुमानित है इसमें राज्य का राजस्व 35 हजार करोड़ एवं केन्द्र से प्राप्त होने वाली राशि 44 हजार 325 करोड़ है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 के लिए अनुमानित सकल व्यय 01 लाख 05 हजार 213 करोड़ है। सकल व्यय से ऋणों की अदायगी एवं पुर्न प्राप्तियों
को घटाने पर शुद्ध व्यय 97 हजार 106 करोड़ अनुमानित है। राजस्व व्यय 83 हजार 28 करोड़ एवं पूंजीगत व्यय 13 हजार 839 करोड़ है जो वर्ष 2021-22 में पूंजीगत व्यय कुल व्यय का 14 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021-22 के बजट में सामाजिक क्षेत्र के लिए 38 प्रतिशत, आर्थिक क्षेत्र के लिए 39 प्रतिशत एवं सामान्य सेवा क्षेत्र के लिए 23 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है।
श्री बघेल ने रोजकोषीय स्थिति के बारे में बताया कि इस बजट में 03 03 हजार 702 करोड़ का राजस्व घाटा अनुमानित किया गया है, जबकि राज्य का सकल वित्तीय घाटा 17 हजार 461 करोड़ अनुमानित है जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 4.56 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 हेतु कुल प्राप्तियां 97 हजार 145 करोड़ के विरूद्ध शुद्ध व्यय 97 हजार 106 करोड़ अनुमानित है। इन वित्तीय संव्यवहारों के फलस्वरूप 39 करोड़ की बचत अनुमानित है। इस तरह संभावित घाटा 01 हजार 95 करोड़ को शामिल करते हुए वर्ष 2021-22 के अंत में 01 हजार 916 करोड़ का बजट घाटा अनुमानित है। मुख्यमंत्री श्री बघेल बजट के मुख्य प्रावधानों की जानकारी भी दी जो इस प्रकार है।
बजट के मुख्य प्रावधान
1. बस्तर संभाग के सभी जिलों में बस्तर टाइगर्स नाम से विशेष पुलिस बल का गठन
2. छत्तीसगढ़ी कला, शिल्प, वनोपज, कृषि एवं अन्य सभी प्रकार के उत्पादों तथा व्यंजनों को एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के लिए ÓÓसी-मार्टÓÓ स्टोर की स्थापना
3. शहरों में पौनी पसारी योजना के समान ग्रामीण क्षेत्रों में रूरल इण्डस्ट्रियल पार्क की स्थापना
4. मत्स्य पालन को कृषि के समान दर्जा दिया जायेगा
5. परंपरागत ग्रामीण व्यवसायिक कौशल को पुनर्जीवित करने 4 नये विकास बोर्डो का गठन – तेलघानी, चर्म शिल्पकार, लौह शिल्पकार एवं रजककार विकास बोर्ड
6. ग्रामीण कृषि भूमिहीन श्रमिकों के लिए नवीन न्याय योजना प्रारंभ की जायेगी।
7. तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए ÓÓशहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजनाÓÓ
8. पत्रकारों को दुर्घटना जन्य आकस्मिक मृत्यु पर परिवार को 5 लाख की सहायता
9. द्वितीय संतान बालिका के जन्म पर कौशल्या मातृत्व योजना अंतर्गत महिलाओं को 5,000 की एकमुश्त सहायता
10. किसानों को खेतो तक आवागमन सुविधा हेतु मुख्यमंत्री धरसा विकास योजना
11. नवा रायपुर में भारत भवन, भोपाल की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक परिक्षेत्र की स्थापना
12. श्री राम वनगमन पर्यटन परिसर के लिए 30 करोड़ का प्रावधान
13. स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना के अंतर्गत 119 नये अंग्रेजी स्कूल
14. नवा रायपुर में राष्ट्रीय स्तर के बोर्डिंग स्कूल की स्थापना
15. पढऩा लिखना अभियान योजना के लिए 5 करोड. 85 लाख का प्रावधान
16. 7 नवीन महाविद्यालय तथा 3 कन्या महाविद्यालय की स्थापना
17. 14 महाविद्यालयों में स्नातक तथा 15 महाविद्यालयों में पीजी पाठ्यक्रम प्रारंभ
18. 9 बालक एवं 9 नवीन कन्या छात्रावास की स्थापना
19. 6 नवीन महाविद्यालय भवन निर्माण
20. 2 नवीन आईटीआई की स्थापना
21. 12 नये रेल्वे ओवर ब्रीज, 151 नवीन पुल, 585 सड़कों के निर्माण के लिए कुल 504 करोड़ का नवीन मद प्रावधान
22. नक्सल प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में 104 सड़क एवं 116 पुल निर्माण के लिए 12 करोड़ का प्रावधान
23. नवीन सिंचाई योजनाओं हेतु नवीन मद में 300 करोड़ का प्रावधान
24. नगरीय क्षेत्रों में नई जल प्रदाय योजनाओं के लिए 45 करोड़ का प्रावधान
25. पंडरी रायपुर में 350 करोड़ की लागत से जेम्स एवं ज्वेलरी पार्क की स्थापना
26. नदियों के किनारे खेतों को सिंचाई की सुविधा के लिए विद्युत लाईन के विस्तार के लिए प्रावधान
27. ग्राम गोढ़ी, जिला बेमेतरा में बायो इथेनाल प्रदर्शनी स्थल संयंत्र की स्थापना
28. 11 नई तहसीले एवं 5 नये अनुविभागों की स्थापना
29. कन्या छात्रावास एवं आश्रमों में महिला होमगार्ड के 2200 नवीन पदों का सृजन
30. चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज दुर्ग का शासकीयकरण
31. राजीव गांधी किसान न्याय योजना हेतु 5,703 करोड़ का प्रावधान
32. कृषक जीवन ज्योति योजना अंतर्गत 2,500 करोड़ का प्रावधान
33. कृषि पंपों के ऊर्जीकरण हेतु 150 करोड़, सौर सुजला अंतर्गत 530 करोड़ का प्रावधान
34. किसानों को बिना ब्याज का 5,900 करोड़ का अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण का लक्ष्य
35. गोधन न्याय योजना हेतु 175 करोड़ का प्रावधान
36. असंगठित श्रमिकों के लिए राज्य स्तरीय हेल्पडेस्क सेंटर की स्थापना
37. छत्तीसगढ़ सड़क एवं अधोसंरचना विकास निगम को 5,225 करोड़ लागत की 3,900 कि.मी. लंबी सड़कों एवं पुलों के निर्माण हेतु 150 करोड़ का प्रावधान
38. मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के लिए 100 करोड़ का प्रावधान
39. एडीबी फेस-3 परियोजना में 825 कि.मी. लंबाई की 24 सड़कों के लिए 940 करोड़ का प्रावधान
40. सिंचाई की 4 वृहद परियोजनाओं अरपा भैसाझार, केलो, राजीव समोदा व्यपवर्तन एवं सोंढूर हेतु 152 करोड़ का प्रावधान
41. पटवारियों के मासिक स्टेशनरी भत्ता में 250 रूपये की वृद्धि
42. स्वच्छता दीदियों के मानदेय को 5,000 से बढ़ाकर 6,000 किया जायेगा
43. नवीन चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर, कोरबा एवं महासमुंद के भवन निर्माण हेतु 300 करोड़ का प्रावधान
44. सन्ना, जशपुर, शिवरीनारायण-जांजगीर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं रिसाली-भिलाई में 30 बिस्तर अस्पताल की स्थापना
45. मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनीक योजना हेतु 13 करोड़ का प्रावधान