कोरोना काल में रायपुर के वृद्धाश्रमों में बढ़ी बुजुर्गों की संख्या
रायपुर। कोरोना काल में राजधानी के शासकीय और निजी वृद्धाश्रमों में बुजुर्गों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। जानकारी के अनुसार 2020 और 2021 कोरोना काल में निजी और शासकीय वृद्धाश्रम में 19 बुजुर्गों आए है। इसके अलावा कई बुजुर्ग है, जो वृद्धाश्रम में प्रवेश के लिए इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि माना स्थित समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सियान कुटी में 14 बुजुर्ग आए है। चितवन वृद्धाश्रम के प्रभारी प्रशांत पांडे ने बताया कि दोनों साल मिलाकर पांच बुजुर्गों की आए है। इसी तरह शहर के श्याम नगर वृद्धाश्रम, बढते कदम संस्था के कोटा स्थित वृद्धाश्रम में इन दोनों साल एक भी बुजुर्गों को प्रवेश दिया है। बढ़ते कदम संस्था के महासचिव बंटी जुनानी ने बताया कि कोटा स्थित वृद्धाश्रम में 30 बुजुर्गों की क्षमता है। पहले यहां 30 बुजुर्गों रह रहे है। श्याम नगर वृद्धाश्रम के प्रमुख डा. अरविंद नेरल ने बताया कि क्षमता को देखते हुए कोरोना काल में बुजुर्गों की एंट्री नहीं लिया है। बता दें कि सभी वृद्धाश्रम में 60 साल से अधिक उम्र दराज को ही प्रवेश दिया जाता है।
इन समस्याओं के चलते आए बुजुर्गोंसियान कुटी में पिछले दो माह से रह रही प्रीति सरकार बताती हैं कि घर में बहुत समस्या थी। कोरोना काल बेटे के पास कोई नौकरी नहीं थी। घर में खाने के लिए कुछ नहीं था। बहू ताने मारा करती थी। वहीं वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि ड्राइवर का काम करते थे, लेकिन कोरोना ने नौकरी छीन ली। उसके बाद खाने-पीने की दिक्कतें आ गई थी। इसी तरह वृद्धाश्रम के प्रभारियों ने बताया कि ज्यादातर: बुजुर्ग बहू-बेटे से परेशान और घर के अकेले होने के कारण पहुंच रहे है। इसके अलावा कोरोना काल में कई बुजुर्ग ने आश्रय लेने का प्रयास किया, लेकिन उनके परिवार वालों को बुलाकर समझाइश दिया जा रहा है।
सभी वृद्धाश्रम में कोविड का पहला डोज का टीका लगाबढ़ते कदम संस्था में अभी कुल 30 बुजुर्ग है। इसमें सभी को पहला डोज का कोविड टीकाकरण लग गए है। इसी तरह श्याम वृद्धाश्रम में कुल 37 बुजुर्ग है, जहां सभी को पहला डोज का टीका लगा है। वहीं सियान कुटी में 37 में से 23 बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लग गई है।
सियान कुटी वृद्धाश्रम की नोडल अधिकारी लक्ष्मी माला मेश्राम ने बताया कि समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित वृद्धाश्रम सियान कुटी में कुल 37 बुजुर्गों को आश्रय दिया गया है। कोरोना में पिछले दो साल से अब तक यहां कुल 14 बुजुर्ग आए हैं। इसमें पांच पुरुष और नौ महिलाएं है। 2020 में चार और 2021 में 10 बुजुर्गों ने सहारा लिया है।