क्राइमदेश विदेशमनोरंजन

राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी केस: मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस विटनेस से की पूछताछ, गवाह ने क्राइम ब्रांच के सामने किया चौंकाने वाला खुलासा

नई दिल्ली। राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी मामले में अब एक के बाद एक मुंबई क्राइम ब्रांच ने अपनी पकड़ मजबूत करनी शुरू कर दी है. इस मामले में अब वो राज कुंद्रा के खिलाफ विटनेस इकट्ठा करने में लगी है. हाल ही में इस मामले में शामिल तनवीर हाशमी से क्राइम ब्रांच की टीम ने पूछताछ की. इस दौरान उन्होंने बताया कि वे कुछ भी गलत नहीं कर रहे थे और उन्होंने पूरे कॉन्फिडेंस के साथ अपनी बात रखी. उन्होंने राज कुंद्रा संग अपने लिंक के बारे में भी खुल कर बात की.

गवाह से मुंबई क्राइम ब्रांच ने की पूछताछ

मामले में रविवार के दिन मुंबई क्राइम ब्रांच ने तनवीर हाशमी से कुछ सवाल पूछे. उनसे ये पूछताछ पूरे 3 घंटे तक चली. इसके बाद मीडिया से बातचीत के दौरान तनवीर ने कहा कि- मुझसे टीम ने सिर्फ नॉर्मल सवाल पूछे. मैंने पूरे कॉन्फिडेंस के साथ सभी सवालों का जवाब दिया. मैंने कभी भी कुछ गलत नहीं किया. मैं पोर्न मूवीज नहीं बनाता था. जब उनसे पूछा गया कि वे क्या इस मामले में गवाह बनेंगे तो तनवीर ने कहा कि- मैं भला इस मामले में क्यों गवाह बनूंगा. मैं इसमें कोई क्राइम नहीं देख रहा हूं. अगर कोई क्राइम हुआ ही नहीं है तो विटनेस बनने का तो सवाल भी पैदा नहीं होता. मैं अपने स्टेटमेंट पर अडिग हूं.

मैं शॉर्ट मूवीज बनाता हूं

तनवीर हाशमी ने आगे कहा कि- जो कंटेंट मैं बनाता था वो पोर्न नहीं होता था. वो बस राज कुंद्रा के लिए कंटेंट बनाते थे मगर ऑफिशयली उनकी कंपनी के लिए ऐसा कुछ नहीं करता था. मैं उनकी कंपनी के साथ डायरेक्ट नहीं जुड़ा हुआ था. मैं कंटेंट बनाता रहता हूं. मैं शॉर्ट मूवीज बनाता हूं. हम 20 से 25 मिनट तक की शॉर्ट मूवीज बनाते हैं. इसमें सिर्फ 2 से 3 मिनट के लिए नग्नता दिखाई जाती है. उसे पोर्न नहीं कहा जा सकता है. इसे सॉफ्ट पोर्न कहा जा सकता है. मैं आपको फिर से कहना चाहूंगा कि लॉजिकली ये पोर्न नहीं थी.

मैं कभी राज कुंद्रा से नहीं मिला

जब उनसे पूछा गया कि फिर पुलिस ने उनके खिलाफ केस क्यों फाइल किया? इसका जवाब देते हुए हाशमी ने कहा कि- ये तो हमें पुलिस से पूछना चाहिए. कई सारे ऐसे लोग हैं जो ओटीटी पर ऐसे कंटेंट बना रहे हैं. मुझे जेल हुई थी और अब मुझे बेल मिल गई है. मैं अब कोर्ट में लड़ूंगा. जब तक इसे लेकर कोई रेगुलेशन्स नहीं बने हैं तो फिर इसे गलत कैसे कहा जा सकता है. यहां तक कि अभी भी इसे लेकर ओटीटी पर कोई रेगुलेशन्स नहीं है. मैं तो राज कुंद्रा से कभी मिला भी नहीं. मैं सिर्फ कंटेंट बनाता था.

Patrika Look

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *