रायपुर। छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता और कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर हमला कराने का आरोप लगाया था. लेकिन विधायक की बैठक के बाद मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक बृहस्पत सिंह एक साथ नजर आए. अब मंत्री सिंहदेव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अभी ज्यादा कुछ कहना सही नहीं होगा. ऐसा उन्होंने भावनाओं में आकर कह दिया होगा. मंत्री सिंहदेव ने यह बयान कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद दिया है.
मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरगुजा के लोग जानते हैं, क्या कैसे रहे हैं. जनता मुझे जानती है. उन्होंने कहा कि हो सकता है बृहस्पति सिंह को मुझसे नाराजगी हो. बाबा लोगों के लिए जो मदद कर सकते हैं, वो करते रहेंगे. सब समय के हिसाब से देखें. कोई भी बात सामने आती है, तो उसका निराकरण भी होता है. पुनिया जो कहेंगे वही होगा. मुझे दिल्ली में कहा जाएगा, तो वहां भी बताउंगा. मैं इस मसले पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा.
उन्होंने कहा कि मेरी छवि भी सार्वजनिक है. बाप-दादाओं ने क्या कुछ किया वो सभी जानते होंगे. मुख्यमंत्री पद को लेकर उन्होंने कहा कि मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करूंगा. आदिवासी विधायकों को प्रताड़ित करने के आरोप पर कहा कि मैं कह नहीं सकता, लेकिन मेरे अनुभव में कभी ऐसा नहीं हुआ है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, मंत्री टीएस सिंहदेव समेत कई मंत्रियों ने साथ में एक साथ बैठकर खाना भी खाया है. इस दौरान सभी एक दूसरे से चर्चा करते भी नजर आए. तस्वीरों को देखकर ऐसा लग रहा है कि कुछ हुआ ही नहीं है. आम दिनों की तरह ही सभी एक बातचीत करते दिखे.
बता दें कि विधायक कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर बीती रात हमला हुआ था. जिसके बाद आज उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा कि मुझे जान का खतरा है. मुझ पर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव का हाथ है. महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं. हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक़ हो. मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं. उन्होंने कहा था कि ऐसे मंत्री को पद पर रहने का अधिकार नहीं है.
गौरतलब है कि वरिष्ठ आदिवासी नेता और रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक बृहस्पति के काफिले पर 24 जुलाई को हमला हुआ था. जानकारी के मुताबिक शहर के बंगाली चौक के पास सुरक्षा कर्मियों के वाहन पर हमला हुआ था. रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह कोतवाली थाना पहुंचे थे. जहां मामले की शिकायत दर्ज कराई थी.